सभी देश-दुनिया वासियों को आपके अपने नेटवर्क टीटीआई न्यूज़ की ओर से नव वर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं
मथुरा के डोरी बाजार स्थित जेबी प्लाजा मार्केट में लगी आग, कपड़े की दुकान सांची वस्त्र भंडार जलकर स्वाहा
नाम और नामे में भारी अंतर, नाम में जो शक्ति होती, नामे में नहीं रहती, नामा अर्जित करने वाले नाम चाहते, नहीं मिलता
जिसके नाम में था मोहन, उस मनमोहन के जाने के बाद दिखा सम्मोहन, मोहन से दिल कोई यूं ही नहीं लगाता है
2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन, देश में 7 दिन का शोक
गुनाह करने से गुनाह कराना बड़ा गुनाह, बंसी वारे के साथ गुनाह और बड़ा गुनाह, मन्दिर में गुनाह और भी बड़ा गुनाह
लाख कोशिशों के बावजूद उस सच्चे बंसी वारे का कभी बाल बांका नहीं होता है, बंसीवारा जिसके साथ रहता है।
जंगल या वीराने में कंकड़-पत्थर लेकर सच्चे मन से करना पूजा, प्रभु वहीं आकर देंगे फल- श्री शरणानंद जी महाराज
मात-पिता बैरी भए, जिन न पढ़ाए बाल- वह माता-पिता दुश्मन हुए, जिन्होंने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दी
बंसीवारा दया करता है, इसका मतलब यह नहीं कि कोई गुनाह पर गुनाह किए जाए और बंसी वारा दया पर दया?
बंसी वारा बस यही गुनाह करता है, जिस पर दया करता है, उसको लिखी भाले की चोट का, सुई से निस्तारण करता है
बंसीवारा नहीं कसाई, रखता शर्म और हया, जैसे किसी को न्यूनतम सज़ा दे न्यायाधीश, ऐसे ही पात्र पर कर देता दया।
अगर अहंकारी न होते तो भूखा नहीं रह जाता बंसीवारा, अहंकारी मेरा भोजन, बंसी वारे को बता रहा बंसी वारा।
बंसी वारे से आज बोला बंसीवारा- इंसान को सब जीवों से अतिरिक्त बुद्धि-विवेक और देता हूं, अहंकारी नहीं जानते?
खुद को धर्म परायण मानने वाली सरकारों की बुद्धि पर बंसीवारा खा रहा तरस- "धर्म और अधर्म का अंतर भूले!"
साबरमती फिल्म देखने के बाद सीएम ने बड़ा नेता बनने के लिए संभल में सुनियोजित दंगा कराया- अखिलेश यादव
जिस लूट पर हर सच्चे भक्त और भगवान की सीधी नज़र, उसे जारी रखना चोरी और सीना जोरी नहीं तो और क्या?
इतना समय तो मोदी जी ने भी नहीं लिया था, तपस्या में कमी बता कृषि क़ानून वापस ले लिए, लूट नहीं रोक रहे?
चोरी और सीना चोरी करा रही खुद सरकार, अखिलेश को कर रही आरोपित, वर्तमान में क्या अखिलेश की सरकार?
मोबाइल बैटरी और चार्जर आदि के साथ आता है, वैसे ही मनुष्य आता है, दूसरे के बैटरी/चार्जर/हेडफोन से दूर रहें।
शारोन का गुलाब है, तू है मेरा मसीहा, तू मुझे जल देता, जिससे मैं तृप्त हो जाता।
तू है मेरा प्रिय, और मैं तुझसे प्रेम करूंगा, तू मेरा सब कुछ है और मैं तेरे लिए जी लूंगा।
जैसी सत्ताएं देश और प्रदेश में चल रही हैं, ऐसी सत्ताओं को जो चीमटे से भी छूना पसंद नहीं करते थे, वे कहलाए अटल
कबीर का बड़ा सुस्पष्ट दोहा- कबीरा जब हम आए, जग हंसा हम रोए, ऐसी करनी कर चलें, हम हंसें जग रोए।
एक बात किसी ने नहीं बताई होगी- "बंसीवारा खुद आपके घर आकर भी आपसे मिल सकता है, बशर्ते आप सच्चे हों!"
परिस्थितियों वश यदि कोई विरोध नहीं करता है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह समर्थक, सच्चे साधक धुर विरोधी
कोई पुरोहित नहीं चाहता श्रद्धालुओं से लूटमार का ठेका, पुरोहितों का प्रभु पर पूर्ण भरोसा, 4 चोट्टे लूट के पक्षधर
योगी ने विधानसभा में कही सभी प्रकार के माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात, मथुरा के माफिया का लिया नाम?
बोल बंसी वारे की जय, बोल राधा रानी की जय, भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा टीटीआई न्यूज़ आपका अपना नेटवर्क
रक्षक बनते राक्षस- प्रभु के पहरेदार जय और विजय ने कीं गड़बड़ियां, नहीं गए बख्शे, तीन जन्मों के लिए बने राक्षस।
देश-दुनिया के लिए सबसे स्पष्ट विजन- एक मात्र बंसीवारा, जो सच्चे दिल से पुकारता, अनिवार्य रूप से मिलता सहारा
देश का सबसे बड़ा सवाल- धर्म स्थलों पर अधर्म, अब खुल रही मंगलसूत्र की कहानी, किसके पास जा रहे मंगलसूत्र?
सच्ची कहानी- भारत की विधायिका सबसे ज़्यादा भ्रष्ट, एक मछली मेरे पूरे देश को कर रही गंदा, धर्म की आड़ में धंधा!
खुद को भारत का भाग्य विधाता मान रहे सफेदपोश आज आए कुछ और निखर, रंग गोरे और कर्म गोरों से भी गिरे?
मेरा भारत महान- बारिश के जल भराव में डूबने का डर, गड्ढे में गिरने का डर, भगवान के सामने लुटने का डर, लुटेरे निडर
देश के मन्दिरों के खुलने लगे कुकर्मों के किस्से, धर्म स्थलों से चल रहे अधर्म के खेल, खेलों में बड़े-बड़े लोगों के हिस्से
धर्म स्थल बने अधर्म स्थल, खोया-पाया और गिरा बताकर देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को लुटवा रहे लुटेरे मन्दिर वाले?
टीटीआई न्यूज़ की ख़बरें दिखाने लगीं असर, श्रद्धालुओं के लुटेरे ठेकेदार और सरकारों की मिली भगत हो रही उजागर
भगवान को लाने की रट लगवाने वाली सरकार के शासन में मन्दिरों में श्रद्धालुओं से लूटमार पर रोक नहीं, संरक्षण और?
सभ्य समाज में ऐसा कोई नियम-क़ायदा-क़ानून स्वीकार नहीं किया जा सकता- "गिरी हुई वस्तु लौटाई नहीं जाएगी?"
पैरोडी शेर- बंसीवारे को पाना नहीं आसान, बस इतना ही समझ लीजै, एक आग का दरिया है और डूब के जाना है!
कोई अटका हुआ है पल शायद, वक्त में पड़ गया है बल शायद, दिल अगर है तो दर्द भी होगा, इसका कोई नहीं है हल शायद
बंसीवारों को कोई क्या लुटवाएगा, बच्चों को लूटने/लुटवाने वालों को मिट्टी में मिलाने का लिए बैठा संकल्प बंसीवारा
बंसीवारे ने नहीं किया कभी घमंड, न मारी किसी को टक्कर, जो बंसीवारे से टकराता, बंसीवारा कर देता उसे चकनाचूर!
सत्य वचन- अच्छे दिनों में अच्छा करने से बुरे दिन व्यापते नहीं, अच्छे दिनों में बुरा किया, बुरा कोई रोक नहीं सकता।
श्री कृष्ण नगरी में फंसने-फंसाने का इंतजाम चल रहा है, देखो, मेरा भारत बदल रहा है, 'सब' से आगे चल रहा है?
मथुरा में फंसने-फंसाने का भी ठेका- किस के जरिए महिला पुरुष को फंसाती, पीछे फिर शिकार के लग जाती पूरी टीम
सच्चा पुरोहित कहता- मेरा यजमान मुझे मुंह मांगी दक्षिणा देता है, मैं उसकी घरवाली का मंगलसूत्र क्यों लुटवाऊं?
चुनाव जीतते ही तुड़वाई सासू मां की चेन, अब करा दिखाई
ससुराल में चोरी, मांट विधायक राजेश चौधरी के पीछे चोट्टा दल
टीटीआई न्यूज़ यूट्यूब चैनल पर जितनी भी सच्ची कहानियां हैं, देखकर लाइक करने का धर्म हर सच्चा इंसान निभाए तो
टीटीआई न्यूज़ संकल्पित- आईना समाज का हम यूं ही दिखाते रहेंगे, मिलेंगे जैसे चेहरे, वैसे ही उन्हें दिखाते रहेंगे।
संबल मिला अगर आपका, सच को सामने लाते रहेंगे, गूंगे जनमानस की आवाज़ को चीख हम बनाते रहेंगे।
सत्य- जो दलबल के साथ होता, उसका नहीं होता बंसीवारा, निर्बल/निर्दल का सदैव साथी, देता प्रति क्षण साथ बंसीवारा
गीत- आपका तो लगता है बस यही सपना, राम-राम जपना, पराया माल अपना, वतन का खाया नमक तो नमक हलाल बनो
मथुरा-वृन्दावन में गले में डली झोली में माला डालकर चलने वाले सभी भक्त नहीं होते, ऐसे ही कुछ लुटेरे भी चल रहे हैं!
आजकल के चेलों की सच्ची कहानी- गुरु-गुरु कर आते, पैर छूते, गुरु को पलट, गुरु की गद्दी पर बैठ, खुद गुरु बन जाते!
अपने हृदय के हर प्यारे से कहता सिर्फ यही हर बार अखिल ब्रह्मांड नायक बंसीवारा- "ज़िंदगी में कभी घमंड मत करना!"
देशवासी कर रहे यह विचार- सरकारों ने लोगों को लूटा और लुटवाया, जनता का पैसा अपनी शान-ओ-शौकत पर उड़ाया
सच्ची कहानी- जिस-जिस ने बंसी वारों को लूटा/लुटवाया, बंसीवारा उनको अति भयंकर तरीके से लूटेगा/लुटवाएगा!
सेटेलाइट चैनल मलिक ने बंसीवारे को बुलाया- राजधानी से चैनल चला मेरे भाया, बंसीवारे ने कहा- मेरी मथुरा राजधानी
ताज़ा सच्ची कहानी- देश-दुनिया ही नहीं अखिल ब्रह्मांड का सब खेल मथुरा से है, सबसे बड़ा खिलाड़ी मथुरा का जो है।
जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं- राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त
बंसी वारा करता हर बंसी वारे का मूल्यांकन- "बता तू कौन सा फूल है?" कुछ महक भी है या सिर्फ़ कागज़ का फूल है?
फूल कई प्रकार के होते हैं और फूल-फूल में अंतर होता है, फूल का अर्थ पुष्प है, मगर फूल का अर्थ मूर्ख भी होता है!
जीवन एक कैलेंडर, आने की ही नहीं, जाने भी की तिथि तय, ग्रह-नक्षत्र, तिथि-वार, त्योहार सब कुछ पूर्व निर्धारित
टिट फॉर टेट बंसीवारा- सीधे के लिए सीधा, टेढ़े के लिए महा टेढ़ा बंसीवारा, बंसीवारे की किसी से कोई चाह नहीं
जवाहर बाग़ आंदोलन के दौरान आज की सत्तारूढ़ पार्टी के किसी नेता का कुछ अता-पता नहीं था, आग लगते ही क्या हुआ?
बंसी वारा गिरवाता-बनवाता सरकारें, बंसी वारे ने किसी के घर नहीं झांके, ना किसी के रहम-ओ-करम पर खाए फांके!
अखिल ब्रह्मांड नायक की पावन भूमि/उसके भक्तों पर जो दांत गढ़ा बैठे, बंसीवारा बेसब्री से कर रहा उनकी प्रतीक्षा!
लूट मार के ठेकेदारों और सरकारों की सरदारी खा गई अनगिनत चैनल, बंसीवारा मांगेगा हर्जाना, दे नहीं पाएंगे!
मथुरा में बैठे कैसे-कैसे संत और तपस्वी, जानता कोई-कोई, मन-मस्तिष्क में सोच लें, होता वही, नहीं टाल सकता कोई।
अब यह ना ले पूछ, यही सोच रहा था बंसीवारा, बंसी वारे ने वही लिया पूछ, कुछ माल, माल खींचने के लिए भी होते हैं।
मथुरा में हर धर्म-जाति-संप्रदाय के ज्यादातर लोग भले हैं, श्रद्धालु भी भले ही आते हैं, जिनमें मगरमच्छ घुस जाते हैं।
ओ माय गॉड, बंसी वारे के मुख से निकला, बंसीवारा दिखा रहा चेन स्नेचिंग के पीछे सफ़ेदपोशों की कितनी लंबी चेन?
पैरोडी गीत- बंसी वारे के गीतों में मथुरा की कहानियां हैं, कलियों का बचपन है और फूलों की जवानियां हैं (हैं? यस!)
ये ज़मीं गा रही है, ये आस्मां गा रहा है, साथ बंसी वारे के बंसीवारा गा रहा है, जब सबको ये विश्वास आ रहा है तो?
मठाधीशों का मठाधीश बंसीवारा, कप्तानों का कप्तान बंसीवारा तब सुनता, जब सुनती आल्हादिनी शक्ति श्री राधे!
ऐसा करतब बंसी वारा ही दिखा सकता है, स्टंप घुमाकर फेंके और वह बुर्जी पर जाकर टिके, यमुना मैया में न गिरे?
यमुना पर राजेश ने जैसे ही उछाला स्टंप, लुटेरे ले गए जंप, ऐसे ही किसी ने जिस दिन उठा ली हॉकी, बचा पाएगी चौकी?
यह चौकियां-यह थाने जनता के लिए बेगाने, लुटेरों के लिए नाच-गाने, लुटेरों को कोई घेरे तो बचाने आए पूरी चौकी?
जनता चौंकी- बंसी वारे की चेन टूटने के बाद पूर्व कप्तान खुलवा गए मन्दिर के नीचे चौकी, आज तक किसे पकड़ा?
पैरोडी शेर- मुझको मिटा सको तो मिटा दो बसद खुशी, लेकिन कभी-कभी मैं बहुत याद आऊंगा। (खुशी के साथ)
हमारे न जाने कितने जन्मों के पुण्य उदय हुए होंगे, तब हरि ने हमें अपने घर में रखा होगा, हम कर रहे हरि से दगा?
देश और प्रदेश में कुछ होता नहीं है, सब कुछ सत्ता के भूखे भेड़ियों द्वारा कराया जाता है, 6 दिसम्बर का नाटक पूर्ण!
वह अपना हक़ समझते हैं निवाला छीन लेने को, डकैती को बहुत सारे लोग मजदूरी समझते हैं। (ठेकेदार/सरकार)
आम जनता की पसीने की कमाई को लुटवाकर जो राजा/महाराजा बने फिर रहे, उनको लूटने का ठेका बंसी वारे का।
लूट-हत्या-डकैती-ब्लैकमेलिंग-बलात्कार, सत्ता के हथियार, पहले भी होते थे क्या, भाईयों से तो बहनजी अच्छी थीं?
कोई भी सच्चा धर्म परायण अधर्मी का कभी नहीं कर सकता समर्थन, भले साथ न दिखे, मन ही मन करता प्रार्थना।
कंस नगरी का ठेकेदार ऐसा हो सकता है, हर कोई यह सोच सकता है, सरकार ऐसी हो सकती है, किसी ने नहीं सोचा था
न पूछो ठेकेदार और सरकारों ने कराए कुत्सित प्रयास क्या-क्या, सहज न कर पाए कोई भरोसा, कराए कुकृत्य ऐसे-ऐसे
कितना अविश्वसनीय लगता है मगर है 100 फीसदी सत्य- धर्म परायण सरकार के राज्य में मन्दिरों में लूट का ठेका?
बेहद शर्मनाक- सवा दो साल से चल रही चेन स्नेचिंग की सच्ची कहानी, ठेकेदार और सरकारें अब तक शर्मसार नहीं
न गड्ढा मुक्त साफ़-सुथरी सड़कें, न कोई यातायात व्यवस्था, मथुरा में लूटने/लुटवाने, मारने/मरवाने की हर व्यवस्था?
भारत में छाया घनघोर भ्रष्टाचार, समाज के सारे प्रहरी दिख रहे लिप्त, कौंधता सवाल- "मेरे देश का भविष्य क्या होगा?"
जो भी अपने दायित्व का सत्य-निष्ठा और पूरी ईमानदारी से करता निर्वहन, उसका हर भार बंसीवारा स्वयं करता वहन!
टैक्स या चौथ वसूली? मथुरा-वृन्दावन नगर निगम से नहीं हो पा रही जलापूर्ति, सफाई भी होती नहीं, किसका टैक्स?
जन-जन को लेना होगा संकल्प- "किसी श्रद्धालु को अपने सामने नहीं देंगे लुटने, लुटेरों के आगे नहीं देंगे झुकने घुटने!"
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