जिनके हर शब्द के लोग कायल हो रहे हैं, कौन उनसे घायल हो रहे हैं, एनआरआई का विरोध कहीं सुनियोजित तो नहीं?
सच्चे उपासक में रहती सदैव महा शक्ति, जिसके मुख में राधा, उससे बैर, मनाया करें खैर, श्री राधा से बड़ा कौन?
राधे तू बड़ भागिनी, कौन तपस्या कीन, तीन लोक तारन तरन सो तेरे आधीन? इन पंक्तियों से अर्थ बिल्कुल स्पष्ट-
श्री राधे आप बड़ी भाग्यशाली हैं, आपने ऐसी कौन सी तपस्या की, जो तीन लोक के तारणहार आपके अधीन?
अधीन अर्थात्- अधीनस्थ- बंसी वारौ जाकौ अधीनस्थ, वा मालकिन श्री राधा कौ नाम हर पल मुख में रखै, कौन चखै?
जिनके नाम में ही प्रेम और आनंद, उनके विरोध की जरूरत थी? निवेदन कर देते, बोरिया-बिस्तर उठाकर चल देते बाबा
जब बंसीवारा मथुरा से व्दारका जाकर हो गया द्वारकाधीश, क्या मालकिन का भक्त नहीं हो सकता कहीं का मठाधीश?
सोचो जरा, कितने समय बाद आया ऐसा स्पष्ट वक्ता संत, जो वृंदावन की कीर्ति पताका समूचे विश्व में फहरा रहा है?
बाबा कौ काह भरोसो, काहू कौ काह भरोसो, कब कौन उठ जावै- हस बोल बखत कट जावेगौ, जाने को कितकू रम जावेगो।
ठाकुर हमरी यमुना मैया, हम हैं यमुना मैया के, भला कहो के हमें बुरा कहो, हम हो चुके यमुना मैया के- श्री शरणानंद जी महाराज
आज कितनी भारी पीड़ा में होंगे सच्चे संत श्री प्रेमानंद जी महाराज मगर किसी से कुछ नहीं कहा, पदयात्रा रोक दी!
आज का विचार- सूरज कोई झटके में नहीं निकल आता और न तुरंत रात हो जाती है, असर पहले से आने लग जाता है।
प्रयागराज महाकुंभ से अखाड़ों का वाराणसी प्रस्थान शुरू, रंग पंचमी वाले दिन होली खेलकर करेंगे कुंभ का समापन
गुनगुनाता गीत- सूरज ना बन पाए तो बनके दीपक जलता चल, फूल मिलें या अंगारे, सच की राहों पे चलता चल।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के 68 हिंदू श्रद्धालुओं के दल ने प्रयागराज महाकुंभ में आकर पवित्र त्रिवेणी स्नान किया
ज़ेहन में कौंधता सवाल- श्रद्धालुओं से लूट के ठेके
उठवाने से समाज का कौन सा वर्ग ग़रीबी से ऊपर उठता है?
अमेरिका में अप्रवासी भारतीयों से दुर्व्यवहार को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा, नहीं चलने दी संसद
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर नहीं छा पाया पीएम नरेन्द्र मोदी का त्रिवेणी स्नान, बोलते तो सुनता कौन, रहे मौन?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम और ख़ास का 60% से अधिक मतदान, आम से ख़ास अब तक हमेशा आए हारते
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में पीएम मोदी ने संगम स्थल पर लगाईं 11 डुबकी, रहे मौन, नहीं कही कोई मन की बात
अमेरिकी सेना व्दारा हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डालकर सैन्य विमान से भारत लाए गए अवैध प्रवासी भारतीय
अमेरिका में 11 दिनों में हिरासत में लिए गए 1700 अवैध प्रवासी भारतीय, 104 प्रवासी अमेरिकी विमान से लाए गए
अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे करीब 7.25 लाख भारतीय, अल सल्वाडोर के सर्वाधिक 7.5 लाख अवैध प्रवासी
समय पर आएगा सच सामने- धर्म की आड़ में ढोंगी और पाखंडियों ने किया क्या-क्या, क्या जाने, अभी कोई क्या जाने?
आज का विचार- राई घटाना या तिल बढ़ाना किसी राजा/महाराजा के हाथ में नहीं, भक्त के वश में जरूर भगवान!
तपेश्वरी सो राजेश्वरी, राजेश्वरी सो नरकेश्वरी- तप से राज्य मिलता है, राज्य मिलने पर ग़लत किया तो नर्क मिलता है।
मैं मौन हूं, जानने के लिए कि "मैं कौन हूं?" "मैं भीतर गया!" "मैं भी तर गया!" ज्योतिष आचार्य देव का सूत्र वाक्य
सब कुंभ हादसे के बाद जागे, टीटीआई न्यूज़ ने पहले ही कर दिया था सचेत, यूट्यूब पर देखिए शॉर्ट में था क्या?
प्रशासन पूरी तरह रहा फेल, निकम्मा प्रशासन सिर्फ वीआईपी की सेवा में लगा रहा, कुंभ से नहीं था कोई मतलब
मुख्य सचिव/डीजीपी और डीजीपी लॉयन ऑर्डर से कहते रहे संत- सेना को बुलाइए, पुलिस-प्रशासन से संभलेगा नहीं!
प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण कुंभ कलंकिल, हादसे पर बोलते हुए रो पड़े निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी
महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल- "क्या कोई मेला सकुशल संपन्न नहीं हो सकता?"
वाहवाही लूटने के लिए प्रचार-प्रसार में तो कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी मगर पुख्ता इंतजाम करने में रहे नाकाम!
श्री कृष्ण नगरी के सफेदपोश चोट्टा दल से सरकार ही नहीं बंसीवारे को भी लगा बट्टा, भरी सभा में होना पड़ा शर्मसार
देव दरबार में कैसे ना होता शर्मसार बंसीवारा, भरी सभा में जन्म स्थान का दृश्य था समक्ष, बंसी वारे को तो आती है?
बंसीवारा प्रयागराज कुंभ से राष्ट्रीय पर्व मनाने अपने धाम अपनी राजधानी मथुरा आया, बंसीवारे को दृश्य दिखाया
तीर्थराज प्रयागराज कुंभ में लगा अदृश्य देव दरबार, समाधान दिवस की तरह सुनी गई सच्चे श्रद्धालुओं के मन की बात
उठा बृज में श्रद्धालुओं से लूटमार का मुद्दा, बंसी वारे को होना पड़ा शर्मसार, भर आए नयन, सुने देवाधिदेव वचन-
अखिल ब्रह्मांड नायक भगवान आपका घर, ऐसी लूटमार? निरुत्तर बंसी वारा, अंखियों से बह रही थी निरंतर अश्रुधारा
बंसी वारे के मुख से इतना ही निकला- "अब तक किस युग में नहीं हुआ आततायी का अंत, जो इस युग में नहीं होगा!"
माना कि बृज में चहुं ओर आनंद बहुत है मगर ध्यान रहे गर आओ- भले कंस मर गया, विरासत कुनबे के नाम कर गया!
जया किशोरी की लय, बंसी वारे का स्वर- क्या जाने, कोई क्या जाने, किसकी यमुना, कौन गंगा मैया और सबमें कौन?
मैया तो मैया है भैया, मैया की बात न पूछो, गंगा मैया हो कि यमुना मैया या काली मैया, किसने नहीं लगाई पार बच्चों की नैया?
कुंभ में सिर्फ डुबकी लगाना ही नहीं काफी, डुबकी लगाने से पूर्व आत्मशुद्धि भी बहुत जरूरी, मुक्ति को समर्पण अनिवार्य
सच्चे और परम संत नहीं करते कभी किसी सत्ता की ग़ुलामी, ढोंगी और पाखंडी कहते- "स्वार्थ की कहानी!"
बोल बंसी वारे की जय, बोल राधा रानी की जय, भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा टीटीआई न्यूज़ आपका अपना नेटवर्क
टीटीआई न्यूज़ संकल्पित- आईना समाज का हम यूं ही दिखाते रहेंगे, मिलेंगे जैसे चेहरे, वैसे ही उन्हें दिखाते रहेंगे।
You Are Watching An Exclusive Informative, Devotional & Entertainment Network TTI News Your Own Network