आज 29 मार्च 2025 का संदेश और दर्शन श्री यमुने महारानी मथुरा

Subscribe






Share




  • Darshan

आज 29 मार्च 2025 के दर्शन श्री यमुने महारानी मथुरा प्रस्तुति श्रीधर/सतीश चतर्वेदी

आज का संदेश 

परिवर्तन इस संसार का शाश्वत सत्य है। कोई भोर ऐसी नहीं, जिसकी संध्या न हो और कोई संध्या ऐसी नहीं, जिसकी भोर न हो। कोई रात ऐसी नहीं, जिसके गर्भ से प्रभात का जन्म न हो। हम उन वस्तुओं को सँभालने के प्रयासों में लगे हैं, जो सदा एक जैसी नहीं रह सकतीं। 
हमारी अवस्था भी नित्य बदल रही है। जैसे हम कल थे, वैसे आज नहीं हैं और जैसे आज हैं, कल नहीं रहेंगे। जीवन बड़ा अनिश्चित है। इसलिए जो श्रेष्ठ कर्म करना चाहो, वो शीघ्र कर लेना। मानव मस्तिष्क के विचार भी प्रतिक्षण बदल रहे हैं। 
सदैव नए विचार, नए उद्देश्य, नईं प्रतिस्पर्धाएं जन्म ले रही हैं। तुम स्वयं अपने भीतर हो रहे परिवर्तन के साक्षी हो। नवीनता के लिए जीवन का परिवर्तन भी आवश्यक हो जाता है। जब तक पुराना नहीं जाता, तब तक कुछ नया आने की संभावना भी नहीं के बराबर है। आज का पतझड़ ही कल का बसंत है।

सुरपति दास इस्कॉन/भक्तिवेदांत हॉस्पिटल

Also Watch कौन है तो यह मुमकिन था?

TTI News

Your Own Network

CONTACT : +91 9412277500


अब ख़बरें पाएं
व्हाट्सएप पर

ऐप के लिए
क्लिक करें

ख़बरें पाएं
यूट्यूब पर