प्रभु भक्तों को लुटवाना कोई मामूली बात नहीं, ऐसा कृत्य कराने वाला घोर पापी होता है, उसे कौन लाइक करता है?
असंख्य श्रद्धालुओं को जिसने लुटवाया, उसका जिसने लिया साक्षात्कार, उसके चैनल/पेज का समझो हो गया बंटाधार!
काले कारनामे ना हों उजागर, इसलिए ब्लैकमेलर ठेकेदार ने कितने यूट्चैयूब चैनल्स डुबवाए, सबका देना होगा हिसाब!
सच्चा संकल्प- सरकार और उसके ठेकेदारों से हम कभी अलग नहीं जाएंगे, जो देंगे हमें, वही हम भर-भर लौटाएंगे।
प्रासंगिक गीत- जहां सत्य, अहिंसा और धरम का लगता नित-नित फेरा, वह भारत देश है मेरा, वह भारत देश है मेरा!
मायावती ने पार्किंग शुल्क खत्म किया, अखिलेश ने जवाहर बाग खाली करा दिया, योगी से लूट के ठेके नहीं बंद हो रहे?
सच्चे कलमकार गूंगी जनता की चीख होते हैं, आवाज़ होते हैं, समाज का आईना होते हैं, वह राजा के दरबार नहीं होते!
अच्छे-अच्छों को संदेश देता गीत- इस जीवन की यही है कहानी, आनी-जानी यह दुनिया, जैसे दरिया का पानी।
बंसी वारे को समर्पित फिल्मी गीत- प्यार करने वाले कभी डरते नहीं, जो डरते हैं, वो प्यार करते नहीं,
लंबी दीवारें चुनवा दो, लाख बिछा दो पहरे, रस्ते में बिछा दो ऊंचे पर्वत-सागर गहरे, तूफ़ॉं कब रुकते हैं?
मथुरा में श्रद्धा भाव से मनी गोपाष्टमी, आज लग रही अक्षय नवमी की परिक्रमा, सब करें प्रार्थना- पाप कर्मों का हो नाश!
हाथी चीटियों को रौंदता जा रहा था, दृष्टा ने पूछा- पाप किसे लगेगा? बताया गया कि देखने वाले को, उसने बचाया नहीं!
जन-जन को लेना होगा संकल्प- "किसी श्रद्धालु को अपने सामने नहीं देंगे लुटने, लुटेरों के आगे नहीं झुकने देंगे घुटने!"
पूछते भक्त- सुदर्शन चक्र पर धरी अखिल ब्रह्मांड नायक योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण की मथुरा के मेले किसने किए मैले?
सत्य चाहे अकेला हो और सामने झूठ का चाहे पूरा मेला हो, झूठ का पूरा समूह चूर-चूर हो जाएगा, झूर-झूर हो जाएगा।
आज का बब्बर शेर- आंधियों तुमने दरख़्तों को गिराया होगा, मैं फूल से लिपटी हुई तितली हूं।
दाग़ मिटाने की बजाय, दाग़ बताने वाले पर गोले दाग रही सरकार और श्रद्धालुओं से लूटमार का ब्लैकमेलर ठेकेदार?
गुनगुनाता गीत- गोरे तन पे चमके बिजुरिया, दाग न लग जाए! ( इसीलिए दिखा रहे दर्पण- अब इसे हटा लो! )
निर्बल में बंसीवारा, बलशाली में बंसीवारा, दिखाता बल का बलशाली जब घमंड, देकर कमजोर का साथ देता खंड-खंड!
सच्ची कहानी- बंसीवारे का सारा जहान और बंसीवारा खुद सारा जहान, डाल-डाल ही नहीं, पत्ता-पत्ता खुद बंसी वारा!
ज्योतिषाचार्य मित्र बोले- भाई साहब, आप यह हर बात में बंसी वारे को क्यों ले आते हो? हर शय में है ही बंसीवारा!
विपक्ष को जेल भिजवा डराती, सच्चे पत्रकारों से डरती हर भ्रष्ट सरकार, भ्रष्टता का दामन नहीं छोड़ना चाहती सरकार
सत्य- सच्ची पत्रकारिता चाकू की नोंक पर चलने के समान होती है, सच्चे पत्रकारों को चाकू की नोंक पर चलना आता है।
सरकार/ठेकेदार भ्रमित, सोचते कि किसी को कुछ नहीं पता, मथुरा से मुंबई/दुबई तक के बच्चे-बच्चे को सब पता?
आज का शेर- सच्चाई छुप नहीं सकती कभी बनावट के उसूलों से, ख़ुशबू आ नहीं सकती कभी कागज़ के फूलों से।
आज का विचार- सत्य को आप जितना दबाने का प्रयास करोगे, वह उतना ही अधिक जोर-शोर से उजागर होगा!
झूठी सरकारों के सच्ची पत्रकारिता द्वारा खुलेंगे जब किस्से, होगा खुलासा कि बेईमान व्यवस्था के रहे कौन-कौन हिस्से।
जिन सच्चे और ईमानदार पत्रकारों को सरकार को देना चाहिए सम्मान, उनका राज्य करा रहा हर तरह से उत्पीड़न!
रस्सी जल गई, बल नहीं गया, केन्द्र बैसाखियों पर आ गया, छल नहीं गया, सोशल मीडिया पर राज्य का अवैध नियंत्रण
सोशल मीडिया पर सरकार का दुराग्रह पूर्ण अनाधिकृत नियंत्रण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का खुला उल्लंघन
राजा हो या के फ़कीर, नर धोखे में मत रह जइयो, तेरी 4 दिना की ज़िंदगानी, नहीं रहनो अमर सरीर, तेरो आयो समय अखीर।
मथुरा बार एसोसिएशन के चुनाव में प्रदीप शर्मा अध्यक्ष, शिवकुमार लवानिया सचिव, बीपी गौतम उपाध्यक्ष,
सुरेंद्र कुमार शर्मा संयुक्त सचिव, यशवंत सिंह ऑडिटर और पंकज कुमार गोला कोषाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किए गए
श्री कृष्ण का स्वभाव कैसा और कंस की छटपटाहट कैसी, यह किसी सच्चे योगी से बेहतर कोई नहीं बता सकता है।
भगवान श्री कृष्ण को कंस ने खुद दिया स्वयं को मारने का निमंत्रण, अखिल ब्रह्मांड नायक कैसे करते अस्वीकार?
जीना चाहता तो और जी सकता था कंस, मगर श्री कृष्ण के जन्म से पूर्व उनके 7 भाई-बहन मारे, कैसे छोड़ते भगवान?
एक कृष्ण कू मारवे के चक्कर में कंस नै कितनी हत्या अपने सर लै लीन्ही, फिरऊ मार नहीं पायो, अपनौ मरवौ तै करायो
प्रदीप्त- ऊपर वाला पासा फ़ेंके, नीचे चलते दांव, कभी धूप तो कभी छांव, ध्यान से खेना जग नदिया में बंदे अपनी नाव।
जो खेलते, नहीं देखता बंसीवारा, जो खिलवाते, देखता उन्हें बंसीवारा, खिलवाने वालों पर निर्भर हार-जीत का खेल सारा
बोलता गीत- मन के जीते, जीत तुम्हारी, मन के हारे, हार! खतरों के आगे तुम न करना, हार कभी स्वीकार, मेरे यार!
जो ठान लिया तो जीत है, जो मान लिया तो हार है, जो ठान लेते हैं, जीतते हैं, जिन्हें दिखती हार, वह कहॉं ठान पाते हैं?
हार-जीत सिर्फ इस पर निर्भर नहीं करती कि मत कितने हैं, यह भी महत्व रखता- आपसे भावनाएं कितनों की जुड़ी हैं?
हार जीत- प्रभु जिसे हार देते हैं, उसे पहले ही आभास करा देते हैं, जिसे जीत देते है, उसे भी पहले ही एहसास करा देते हैं।
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला अस्पताल में युवती की मौत से गुस्साए परिजनों का आरोप- नशे में ड्यूटी पर था डॉक्टर!
वाराणसी में एक ही परिवार के 5 सदस्यों पति-पत्नी दो बेटों और बेटी की हत्या से सनसनी, कड़ी सुरक्षा के मध्य अंत्येष्टि
एक दिन- लड़ेंगे लूटने और लुटवाने वालों से कदम-कदम पर, लूटने/लुटवाने वालों का करेंगे विरोध हर क़दम पर।
आज का बब्बर शेर- हौसले फतह की बुनियाद हुआ करते हैं, कांपते हाथों से तलवार उठाया ना करो।
सांवरिया है सेठ, सांवरिया है सेठ म्हारी सेठानी राधा रानी है, सांवरिया है सेठ, सेठानी राधा रानी है, महारानी राधा रानी है
सब कुछ चोर-उठाईगीरों/उनके संरक्षकों के हाथ में होता तो भला भगवान को भगवान मानकर, कोई क्यों-कर पूजता?
ऐसा मोहक जाल बिछाए, थककर रह गई बुद्धि बेचारी, प्यारे सोच-समझकर सौदा कीजै, यह नंद का लाल बड़ा व्यापारी।
बंसीवारो गईयन कू चरातो डोले, इत-वित बंसी बजातो डोलै, कोई बच्चा नहीं बोलै, गर बोलनो होय, सब कौ बच्चा बोलै।
बंसी वारे के सब कॉपी पेस्ट- बेईमानी से सिस्टम धरवा लो, किसी का हैक करवा लो, बंसी वारे जैसा नहीं कोई अपडेट
जिसके पास होता रिजर्वेशन, उसको मिलती सीट, रिजर्वेशन वाले का जैसे ही आता स्टेशन, सीट पर आता दूसरा यात्री।
आज का विचार- ईश्वरीय विधान समझ आएंगे तो भौंचक्के रह जाओगे, पक्षी भी कुछ कहते, बिजली भी कुछ कहती?
भीड़ वाले मन्दिरों में लुटेरों की रहती फौज, स्थानीय लोग नहीं जाते, रिकॉर्ड देख पूछो- आना चाहते हैं अथवा नहीं?
बृज के मन्दिरों में भीड़ बनाकर रखी जाती है, माता वैष्णो देवी पर सैलाब नहीं आता, वहां की व्यवस्था नहीं देखी?
कैसे लाइन में लगकर हर श्रद्धालु माता रानी के दर्शनों के लिए आगे बढ़ता है, वहां लूटमार की ख़बर पढ़ी-सुनी कभी?
सत्य- निर्बल का निवाला कोई छीन भले ले, उसे हलख से नीचे नहीं उतार सकता है, गले की हड्डी बन जाता बंसीवारा।
लेनदेन के चक्कर में सरकार के यहां आना-जाना क्या हुआ, खुद को समझने लगे सरकार, लुटेरे हो, लुटेरों की तरह रहो!
युवतियों और महिलाओं के माध्यम से ब्लैकमेलिंग कर बना लीं संपत्तियां, कितने लेकर जाएंगे साथ, देखेगा बंसी वारा!
जिसके रक्षक तुम त्रिपुरारी, चूक भले सकता है, हार नहीं सकता है, उसको कोई काल कभी भी मार नहीं सकता है।
ओ भोले जोगिया देखी जो शोखी तेरे प्यार की, आंचल में भर लीं हमने सारी बहारें संसार की, भूतेश्वर पर भी डेरा?
बंसी वारे के भक्तों को लुटवाकर ज़माने को जिमाया तो क्या किया, पुण्य कोई मिलना नहीं, महा पाप अपने नाम किया!
हमने यह दुआ जब भी मांगी तक़दीर बदल दे ऐ मालिक, आवाज़ आई कि अब हमने, तक़दीर बदलना छोड़ दिया!
कर्म से बदलती क़िस्मत- कोई कर्म ऐसा करो कि तस्वीर बदल जाए, कोई कर्म ऐसा करो कि तक़दीर बदल जाए।
आदमी चाहे तो तक़दीर बदल सकता है, पूरी दुनिया की वह तक़दीर बदल सकता है, आदमी सोच तो ले, उसका इरादा क्या है?
आज का विचार- सत्य मार्ग पर चलने वाला दिखता अकेला मगर बंसीवारा और जन-जन का प्रेम-भाव सदा रहता साथ
बंसी वारे की कृपा न कहीं बंटती है, न कभी लुटती है, बंसी वारे की कृपा तो पात्रता परीक्षा के बाद घर बैठे मिलती है।
ऐसे ही नहीं किसी पर कृपा कर देता बंसीवारा, पेट का पानी तक हिलाकर देख लेता, कड़ी से कड़ी लेता परीक्षा, तब देता दीक्षा!
सरस भोगा जा रहा सत्य- जिस पर ईश्वर की सच्ची कृपा होती है, अखिल ब्रह्मांड की सारी शक्तियां उसका साथ देती हैं।
जिसको समाज ने सर-ऑंखों पर बिठाया, उसने समाज को ही लुटवाया, शहरियों को भी नहीं छुड़वाया, समाज नाराज!
मथुरा माफिया किस-किस का लुटेरा और हत्यारा, रखता गोदी मीडिया, कुकृत्य न हों उजागर, खाता सोशल मीडिया?
प्रासंगिक सच्चा भजन- कर्म तेरे अगर अच्छे हैं तो क़िस्मत तेरी दासी है, नीयत तेरी अच्छी है तो घर ही मथुरा-काशी है।
कर न सको अगर पुण्य कोई, तो कम से कम, मत पाप करो,
किसी दिल को चोट पहुँच जाए, ऐसा मत क्रियाकलाप करो।
ईर्ष्या-द्वेष नहीं करता जो वो गृहस्थ संन्यासी है,
नीयत तेरी अच्छी है तो घर ही मथुरा-काशी है।
झूठ कभी मत कहो किसी से, हमेशा सच की राह चलो,
बेईमानी से तुम दूर रहो, हर दम होकर, बेपरवाह चलो।
ईश्वर अपनी संतानों से सत् गुणों का अभिलाषी है,
नीयत तेरी अच्छी है तो तेरे घर ही मथुरा-काशी है।
लूट-खसोट करो मत हरगिज़, क्या तुम ले जाओगे?
गला काटकर इंसानों का आखिर क्या तुम पाओगे?
पुलिस की नहीं, यह हर सच्चे नागरिक की जिम्मेदारी, अपने सामने अगर लूट होने दोगे तो देखना 1 दिन आप भी लुटोगे!
ओ श्रद्धालुओं को लूटने/लुटवाने और काली कमाई खाने वालों, तुम भी तो कभी लुटकर देखो- "होती कैसी लूट?"
श्रद्धालुओं को लुटवा अर्जित कीं अरबों की संपत्तियां, फिर भी बेचैन, ठेका देने और लेने वाले दोनों का ठेका प्रभु के पास!
चाहवे की चाह, काहू की नहीं परवाह, सदा सूरत निमानी के, सेवक गुणीजन के, चाकर श्यामा प्यारी के, हरिश्चंद्र नगद दामाद हम अभिमानी के
सच्चे हरिभक्त को कोई विष भी देता है तो वह भी उसके लिए अमृत और विष देने वाले के लिए जीवन नर्क बन जाता है।
तिहारो दरस मोहे भावे- श्री यमुना जी, तिहारो दरस, मोहे भावे, गोकुल के नित पास बहत हो, लहरन की छवि आवे।
यह नहीं किसी कवि की कपोल कल्पना, बिठूर जैसी सच्ची कहानी- "यमुना यम टारत है, भव टारत है श्री राधा रानी!"
सरकार को दिखता रिवेन्यू, लूट के ठेके में रिवेन्यू, चालान में रिवेन्यू, खुफिया तंत्र देगा जानकारी- 'घट गई कितनी वैल्यू?'
मैं प्रेम हूं, विश्वास हूं, मैं दुखियों की आवाज़ हूं, मैं श्रद्धा का सैलाब हूं, मैं कंसों का संहार करता हूं, मैं मथुरा हूं, मैं मथुरा हूं!
आपका अपना नेटवर्क, टीटीआई न्यूज़- जगन्नाथ रथयात्रा, अभी तो सिर्फ झांकी है, पूरी पिक्चर आनी अभी बाकी है!
जो चलवाते जुए के खुले अड्डे, कराते सट्टे की खाईबाड़ी, ब्लैकमेलिंग और श्रद्धालुओं से लूटमार, मथुरा के मठाधीश!
देहाती और मेवाती ही नहीं, शहर के कुछ सफेद पोश भी साइबर अपराधी, नेट और सिम एजेंसी वाले भी लिप्त?
मथुरा में कौन कर/करा रहा इजराइल के ऐप का इस्तेमाल, जन-जन को जानकारी, आज तक हुई किसी की गिरफ्तारी?
देश के धनी-मानी लोगों के मोबाइल मुंबई-दुबई से होते हैक, ब्लैकमेल कराता माफिया, पूछा सवाल, सभी अब तक मौन
You Are Watching An Exclusive Informative, Devotional & Entertainment Network TTI News Your Own Network